शहपुरा।
नर्मदांचल विद्यापीठ, बरगाँव में बाल दिवस एवं बिरसा मुंडा जयंती–विश्व गौरव दिवस के उपलक्ष्य में भव्य बाल मेले का आयोजन किया गया। पूरे परिसर में उत्साह, उमंग और सांस्कृतिक रंगों का सुंदर संगम देखने को मिला। बच्चों, शिक्षकों तथा अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को अत्यंत सफल बनाया।
कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों द्वारा माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना से हुई, जिसके पश्चात् मंच पर मनमोहक प्रस्तुतियों का दौर शुरू हुआ। विद्यालय के विद्यार्थियों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें विशेष रूप से आदिवासी नृत्य सभी का केंद्र बिंदु रहा। तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा सभागार गूंज उठा।
मेले में बच्चों द्वारा लगाए गए स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल विशेष आकर्षण रहे।
फुल्की, चाट, समोसे, इडली, मैगी, बर्गर इत्यादि के स्टॉल पर भीड़ लगातार उमड़ती रही। बच्चों ने स्व-प्रबंधन के माध्यम से बिक्री, सजावट और संचालन की जिम्मेदारियाँ बखूबी निभाईं, जिससे उनकी रचनात्मकता और नेतृत्व क्षमता स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
इसके अतिरिक्त विद्यालय प्रांगण में रोचक खेलों, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं और कला–प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। हर खेल में बच्चों का उत्साह देखने लायक था। शिक्षकों की मार्गदर्शक भूमिका और सहयोग ने मेले की शोभा को और बढ़ाया।

कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि मेले में आसपास के गाँवों के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए, जिन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और विद्यालय के इस प्रयास की सराहना की। पूरे दिन आनंद और सीख से भरपूर गतिविधियाँ चलती रहीं।

अंत में विद्यालय परिवार ने उपस्थित सभी अभिभावकों, अतिथियों और विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास, सहयोग, नेतृत्व और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।












