डिंडोरी।
कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया के निर्देशानुसार जिले के विद्यालयों, छात्रावासों और आंगनवाड़ी केंद्रों की सतत एवं नियमित निगरानी की जा रही है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं पोषणयुक्त भोजन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को अपने नियमित कार्यों के साथ संस्थाओं का निरीक्षण अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए हैं।
इसी कड़ी में कलेक्टर श्रीमती भदौरिया ने विगत दिवस आंगनबाड़ी केंद्र कमको का औचक निरीक्षण किया। बच्चों को उपलब्ध कराए जा रहे भोजन की गुणवत्ता परखने के उद्देश्य से उन्होंने स्वयं बच्चों के साथ भोजन किया और केंद्र की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया। कलेक्टर ने बच्चों के पोषण स्तर और स्वच्छता व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए आवश्यक निर्देश दिए।
कलेक्टर के निर्देशन में सीईओ जिला पंचायत तथा सभी एसडीएम भी लगातार अपने-अपने क्षेत्रों में विद्यालयों, छात्रावासों और आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारी स्वयं बच्चों के साथ भोजन कर भोजन की गुणवत्ता की प्रत्यक्ष जांच कर रहे हैं, साथ ही शिक्षण व्यवस्था, स्वच्छता और उपस्थिति का भी आकलन कर आवश्यक सुधार सुनिश्चित कर रहे हैं।
11 नवंबर को ग्राम कोहानी देवरी में विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया, जहाँ मध्यान्ह भोजन ठीक पाया गया। वहीं एसडीएम शहपुरा ऐश्वर्य वर्मा ने विद्यालय में पहुंचकर बच्चों के साथ भोजन किया और गुणवत्ता की सराहना की। विकासखंड मेहंदवानी के बुलदा गांव में पाँच प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने प्राथमिक शाला, आंगनवाड़ी और एकलव्य छात्रावास का निरीक्षण कर बच्चों के साथ भोजन कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इसी प्रकार गत दिवस सीईओ जिला पंचायत श्री दिव्यांशु चौधरी शाहपुर में बालिका छात्रावास का औचक निरीक्षण किया। एसडीएम बजाग श्री रामबाबू देवांगन तथा अन्य अधिकारी भी निरंतर निरीक्षण कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप शिक्षण व्यवस्था एवं भोजन प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। जनजातीय कार्य विभाग के अनुसार निरीक्षण के दौरान जिन संस्थानों में कमियाँ पाई गईं, उन्हें तत्काल सुधारने की कार्रवाई की गई है। संबंधित समूहों और शिक्षकों के विरुद्ध भी आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई और कमियां पाए जाने पर ऐसी कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।












