डिंडोरी जिले में आगामी वर्ष 2026 में एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है, जिसकी घोषणा देवोत्थान एकादशी एवं तुलसी विवाह के पावन पर्व पर बड़े हर्षोल्लास के साथ की गई है। रामघाट लक्ष्मण मड़वा शंकराचार्य आश्रम एवं श्री पंच अग्नि अखाड़ा में आयोजित कार्यक्रम में महंत श्री श्री 108 ब्रह्मचारी आशुतोष चैतन्य जी महाराज ने इस आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में पहली बार इस भव्य दिव्या महायज्ञ का आयोजन मकर संक्रांति के पश्चात यानी 19 जनवरी 2026 से 25 जनवरी 2026 तक किया जाएगा, जो पूरी तरह से जनकल्याण एवं सार्वभौमिक सुख-शांति के सिद्धांत ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ को समर्पित है।आयोजन की विशेषताएँयह दिव्या महायज्ञ मां भगवती, अंबा राजराजेश्वरी और श्री नर्मदा मां के जन्म उत्सव के उपलक्ष्य में सम्पन्न किया जाएगा।आयोजन रामघाट लक्ष्मण मड़वा शंकराचार्य आश्रम एवं पंच अग्नि अखाड़ा के तत्वावधान में होगा, जिसमें जिले भर के श्रद्धालु, संत एवं भक्त शामिल होंगे।कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण (ध्वज स्थापना) के साथ हुई, जिसमें महायज्ञ सकल सुख-शांति तथा रिद्धि-सिद्धि की कामना के साथ प्रारंभ किया गया।समाज कल्याण और आध्यात्मिक उद्देश्ययह आयोजन समाज में धार्मिक एकता, आध्यात्मिक जागृति और सामुदायिक सौहाद्र्र को बढ़ावा देने हेतु किया जा रहा है।कार्यक्रम के माध्यम से सर्वजन कल्याण, सुख-शांति और समृद्धि की कामना की जाएगी। साथ ही मां नर्मदा के जन्म उत्सव की भव्यता और धार्मिकता को पूरे जिले में स्थापित करने का प्रयास रहेगा।आयोजन के दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, और सामूहिक पूजन भी होंगे।प्रमुख संत एवं श्रद्धालुओं का उत्साह इस महायज्ञ में जिले और आसपास के क्षेत्रों के प्रमुख संत, विद्वान, भक्तगण व श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेंगे।जिससे डिंडोरी जिले की धार्मिक विरासत को नया गौरव मिलेगा।यह आयोजन धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से डिंडोरी जिले के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा, और इसके माध्यम से पूरे क्षेत्र में सुख, समृद्धि और आध्यात्मिक चेतना का संचार सुनिश्चित किया जाएगा।












