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कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई डीएलसीसी की बैठक, बैंकवार योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की

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डिंडौरी : 29 मई, 2025
कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने आज गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष डीएलसीसी की बैठक ली। उन्होंने बैंकवार योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैंक अन्य विभागों के साथ समन्वय से कार्य करें। कलेक्टर श्रीमती मारव्या ने कहा कि कृषि में वृद्धि हेतु किसानों के केसीसी ऋण प्रदाय हेतु कार्यवाही की जाए जिससे उन्नत कृषि, कृषि उपकरण, खाद, बीज से किसानों को सलाना आय में वृद्धि होगी। उन्होंने ग्रामीण बैंक की समीक्षा करते हुए उनके वार्षिक लक्ष्य उपलब्धि, प्राप्त बजट में कमी को देखते हुए उनके उच्चाधिकारियों को पत्र जारी करने के निर्देश एलडीएम को दिए। कलेक्टर श्रीमती मारव्या ने एनआरएलएम, एनयूएलएम, पीएमईजीपी, एमयूकेवाई, संत रविदास स्वरोजगार एवं भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना, बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना, पशुपालन एवं मत्स्य पालन के तहत केसीसी की जानकारी ली।
आयोजित बैठक में एल.बी.आर प्रेषण, वित्तीय समावेशन, कृषकों को केसीसी कार्ड प्रदाय करना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह से बैंक लिंकेज के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड (मत्स्य योजना/डेयरी योजना) हितग्राहियों को लाभांवित कर उनकी आय में वृद्धि लाने को कहा है। उन्होंने स्ट्रीट वेंडरों एवं अन्य लोन प्रकरणों को स्वीकृत कर अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक के दौरान डीडीएम नाबार्ड देवरथ पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रति वर्ष संभाव्यता युक्त ऋण योजना (पीएलपी) बनाई जाती है जो कि जिले के लिए वार्षिक ऋण योजना का आधार होता है। यह योजना आरबीआई द्वारा निर्धारित प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों के लिए बनाई जाती हैं। नाबार्ड डीडीएम ने मीटिंग में बताया की नाबार्ड द्वारा वर्ष 2026-27 की पीएलपी योजना को जुलाई-अगस्त माह तक पूर्ण किया जाना है, जिसका काम शुरू कर दिया गया हैं। इसलिए सभी बैंक और शासकीय विभागों से उनके क्षेत्र तथा रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों में संभाव्यता पर महत्वपूर्ण डाटा एवं सुझाव आपेक्षित है, साथ ही विभिन्न प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों में उपलब्ध, नियोजित आधारभूत संरचना तथा उनमें गैप (अंतराल/कमियाँ) पर विभागों से चर्चा की जानी है। साथ ही गत वर्षो में पीएलपी, एसीपी, जीएलसी और सीडी रेसियो के बारे में बताया गया।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत अनिल कुमार राठौर, एसडीएम शहपुरा आईएएस ऐश्वर्य वर्मा, एसडीएम डिंडौरी सुश्री भारती मेरावी, एलडीएम डिंडौरी रवि शंकर, सहायक संचालक पशुपालन विभाग एचपी शुक्ला, उद्योग विभाग से श्रीमती राधिका कुशरो, उपसंचालक मत्स्य विभाग राकेश चंदेल, प्रभारी सहायक संचालक उद्यानिकी श्री अधनू सिंह मरावी, प्रबंधक सहकारिता विभाग जेपी द्विवेदी, उप संचालक कृषि सुश्री अभिलाषा चौरसिया, जिला प्रबंधक जेठू सिंह पट्टा सहित बैंक मैनेजर्स एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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