Search
Close this search box.

मुश्किल से जांच करने पहुंची थी टीम ,अब जांच प्रतिवेदन देने में टाल मटोल कर रहे अधिकारी,सूचना का अधिकार भी साबित हो रहा अनुपयोगीग्राम पंचायत मडियारास में बरती गई अनियमितता की शिकायत का मामला

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें


डिंडौरीः डिंडोरी जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत माडियारास ( जनपद पंचायत डिंडोरी) में निर्माण कार्यों में की गई गड़बड़ी और अनियमितताओं का मामला लगातार गहराता जा रहा है। ग्राम वासियों के द्वारा जिला पंचायत में शिकायत करने और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के द्वारा जांच का आदेश होने के बाद भी पहले तो जांच टीम जांच करने जा ही नहीं रही थी। मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद जिला पंचायत द्वारा गठित टीम जांच करने पहुंची और ग्राम वासियों के बयान और पंचनामा बनाकर ले आई । काफी समय बीत जाने के बाद भी टीम के द्वारा जांच प्रतिवेदन सार्वजनिक नहीं किया जाना संदेह को जन्म देता है। जांच प्रतिवेदन नहीं दिया जा रहा यहां तक की शिकायतकर्ता के द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जांच प्रतिवेदन के लिए आवेदन भी लगाया गया है लेकिन जिम्मेदारों द्वारा शिकायतकर्ता को लगातार भटकाया जा रहा है और जांच प्रतिवेदन नहीं दिया जा रहा आखिर ऐसा क्या है जांच प्रतिवेदन में ?
शिकायतकर्ताओं, ग्रामीणों सहित पंचायत कर्मियों के समक्ष शिकायत की बिंदुवार सूक्ष्मता से जांच की गई और पाया गया कि सभी बिंदुओं के कथन सत्य हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जांच टीम द्वारा 19 फरवरी को जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत कार्यालय आवक-जावक शाखा में जमा किया गया है।जांच प्रतिवेदन की छायाप्रति की सत्यापित कापी के लिए एक ग्रामीण द्वारा सूचना का अधिकार जिला पंचायत में लगाया गया था, लेकिन जिला पंचायत कार्यालय द्वारा अभी तक जांच प्रतिवेदन की छायाप्रति नहीं दी गई है। आरोप लगाया गया कि लगभग दो महीने समाप्त होने को हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों के विरुद्ध कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जांच प्रतिवेदन दिलाने और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई करने की जाए।

Leave a Comment

और पढ़ें

error: Content is protected !!