ज्यादा पानी गिरने व अधिक खाद डालने से ,फफूंद लग रही धान में
शहपुरा। लगातार ज्यादा पानी गिरने के कारण शहपुरा के किसान परेशान है चूंकि फफूंद के कारण धन की आधी बाली में में हल्दी गांठी का रोग लग रहा है ग्राम बरगांव के किसान यतेंद्र कुमार साहू ,मनीष कुमार साहू, के अनुसार यूस्टिलागिनोइडिया विरेन्स कवक के कारण होने वाली चावल की झूठी स्मट (False Smut of Paddy), चावल उत्पादन में एक महत्वपूर्ण बीमारी है। इस बीमारी की विशेषता हरे-पीले या नारंगी रंग के फंगल बॉल्स के विकास से होती है, जिन्हें स्मट बॉल्स या हल्दी गांठ ,, के रूप में जाना जाता है, जो चावल के दानों में अलग-अलग दानों की जगह ले लेते हैं।

लक्षण: स्मट बॉल्स बढ़े हुए, बदरंग दानों के रूप में दिखाई देते हैं जो पुष्पगुच्छों पर दिखाई देते हैं। वे अंततः कवक बीजाणुओं के एक मखमली द्रव्यमान में बदल जाते हैं।
🫵 जीवनचक्र: कवक फूल आने की अवस्था के दौरान चावल के पौधों को संक्रमित करता है। कवक के बीजाणु मिट्टी और चावल के डंठल पर जीवित रह सकते हैं, जिससे बाद की फसलों में नए संक्रमण हो सकते हैं।
🫵 अनुकूल स्थितियाँ: चावल के फूल आने की अवस्था के दौरान उच्च आर्द्रता, गर्म तापमान और बार-बार होने वाली वर्षा झूठी स्मट के प्रसार को बढ़ावा देती है।

प्रभाव: यह चावल के दानों की उपज और गुणवत्ता दोनों को कम कर देता है, जिससे फसल की समग्र विपणन क्षमता प्रभावित होती है।
