शहपुरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में डिंडौरी जिले के ग्राम रयपुरा की शारदा आजीविका स्वसहायता समूह का उल्लेख कर आत्मनिर्भरता का सन्देश दे रही समूह की दीदीयों के प्रयास को सराहा। प्रधानमंत्री श्री मोदी के द्वारा शारदा समूह का उल्लेख किया जाना जिले के लिए गौरव का पल है। शारदा समूह की अध्यक्ष श्रीमती शारदा धुर्वे इसके लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का धन्यवाद करते हुए कहती है कि प्रधानमंत्री द्वारा हमारे प्रयासों को सराहा गया है। जिसके लिए हम सभी समूह की दीदीयाँ प्रधानमंत्रीजी को सहृदय धन्यवाद करती है। श्रीमती शारदा धुर्वे बताती हैं कि मत्स्य उत्पादन का कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व हमारे पास स्थायित्व नहीं था, समूह की सभी दीदीयाँ अलग अलग कार्य करती थी। जिसमें नियमित आय नहीं थी और ना ही आर्थिक रूप से लाभ था। वर्ष 2014 में मत्स्य विभाग के द्वारा रयपुरा जलाशय शारदा महिला स्वसहायता समूह को 10 वर्ष के पट्टे पर प्राप्त हुआ, जिससे हमने मिलकर जलाशय का रखरखाव करना शुरू किया। साथ ही मत्स्य विभाग से प्राप्त एक लाख फिंगर लिंग के माध्यम से मत्स्य उत्पादन किया जाने लगा। प्रारम्भ में हम मछली की बिक्री के लिए अलग अलग हाट बाजार में जाते थे, जिससे हमारी आमदनी में वृद्धि हुई। जिला प्रशासन डिंडौरी के सहयोग से दीदी फिश पार्लर का शुभारम्भ इसी वर्ष गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर किया गया। जिसमें रयपुरा ग्राम की शारदा समूह से जुड़ी 12 दीदीयाँ मत्स्य उत्पादन का कार्य कर दीदी पार्लर के माध्यम से मछली की बिक्री करती है। श्रीमती धुर्वे आगे बताती है कि आजीविका मिशन के माध्यम से राशि और मत्स्य विभाग के सहयोग से रयपुरा जलाशय में मत्स्य पालन और उत्पादन करने का अवसर प्राप्त हुआ। समूह की दीदीयाँ मिलकर जलाशय का रखरखाव कर रही है और मत्स्य विभाग से प्राप्त बीजों का उपयोग कर मत्स्य उत्पादन करने लगी। सिंचाई के लिए बने इस जलाशय पर उन्होंने मछली पालन का काम शुरू किया और 10 हेक्टेयर के जलाशय में समूह की सभी दीदी मिलकर उत्पादन बढ़ाने का कार्य कर रही है,इसके लिए निरंतर रूप से मछली के बीज और चारा की व्यवस्था भी स्वयं कर रही है। मछली पालन के साथ साथ जलाशय के पानी कर उपयोग सिंचाई के लिए भी किया जा रहा है, जो कृषि कार्यों में भी मददगार है। जलाशय में रोहू, कतला, करचा, नरेनी जैसी मत्स्य प्रजातियों का उत्पादन किया जा रहा है।उत्पादित मछलियों को प्रतिदिन दीदी फिश पार्लर में लाया जाता है, जहां मछलियों का प्रसंस्करण कर बेचा जाता है। समूह में सलंग्न दीदी अपने कार्य का विभाजन कर आर्थिक सशक्तिकरण का प्रयास कर रही है, जिसमें जलाशय की सुरक्षा, मत्स्य उत्पादन, बिक्री आदि कार्य शामिल है। आज समूह के माध्यम से होने वाली आय से सभी दीदी खुद को सम्मानित महसूस करती है और शासन प्रशासन को इस लिए आभार व्यक्त करती है। शारदा समूह की सचिव श्रीमती सुमन धूमकेती ने बताया कि हम पहले मजदूरी कर जीवनयापन करते थे, जिससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता था। 2014 से मछली पालन करना शुरू किया, जिसके बाद परिवार आर्थिक स्थिति में सुधार होने के साथ सम्मान में भी वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात में शारदा समूह का उल्लेख किया जिस पर कलेक्टर हर्ष सिंह ने समूह को बधाई सन्देश देते हुए कहा कि यह जिले के लिए गौरव की बात है, आत्मनिर्भरता के लिए शारदा समूह का प्रयास सराहनीय है। जिला प्रशासन द्वारा आगे भी स्वरोजगार के लिए प्रयास जारी रहेंगे।
